शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्‍न करें, मिलेगा मनचाहा वरदान

आचार्य इंदु प्रकाश के अनुसार रवि योग के प्रभाव से आपके सारे काम बन सकते हैं। इस योग में किया गया कार्य जरूर सफल होता है। सूर्य के प्रभाव वाला ये रवि योग बहुत ही प्रभावशाली है। सूर्य की ऊर्जा से भरपूर होने के कारण इस योग में किए गए कार्य को कोई बिगाड़ नहीं सकता है। रवि योग सभी कुयोगों को, अनिष्ट शक्तियों को नष्ट करने की अद्भुत शक्ति रखता है।

शनिदेव को प्रसन्‍न के उपाय – 

  1. शनि की ढैय्या के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो इस दिन एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर, उसमें एक रुपये का सिक्का डालें। अब उस कटोरी में अपना चेहरा देखने की कोशिश करें और फिर उस तेल को सिक्के समेत किसी को दान में दे दें। ये प्रक्रिया आप शनिवार से शुरू करके अगले सात शनिवार तक जारी रखेंगे, तो और भी शुभ फलदायी होगा। 
  2. अगर आप अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो इस दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को काले रंग के चमड़े का जूता या काले रंग का छाता भेंट करें।
  3. अगर आप कोर्ट-कचहरी से जुड़े किसी मामले में बुरी तरह से फंसे हैं और उससे पीछा छुड़ाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन थोड़ी-सी उड़द की दाल लेकर पीपल के पेड़ के पास जमीन में दबा दें और पीपल के पेड़ के सामने दोनों हाथ जोड़कर अपनी परेशानी से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना करें।
  4. अपने घर-परिवार को दूसरों की बुरी नजर से बचाने के लिए इस दिन स्नान आदि के बाद सबसे पहले शनिदेव की आराधना करें। उसके बाद एक काले रंग का कपड़ा लेकर किसी लौहार, बढ़ई या किसी मोची को दान कर दें।
  5. अगर आप लंबी आयु का वरदान पाना चाहते हैं और ताकतवर बनना चाहते हैं तो शनिवार के दिन आप शनि स्तोत्र का पाठ करें। अगर शनि स्तोत्र आपके पास उपलब्ध न हो या आप उसे पढ़ने में समर्थ न हो तो शनि स्तोत्र का ऑडियो सुन लें।
  6. अगर आपको किसी काम को पूरा करने में बाधाएं आ रही हैं तो इस दिन आपको किसी जरूरतमंद को काले रंग के चमड़े के जूते और मौजे दान करने चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
  7. अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं तो उसके लिए इस दिन एक लोटा जल में थोड़े-से चावल के डेन मिलाकर, पीपल की जड़ में डाल दें और प्रार्थना करते हुए पीपल के पेड़ की 5 बार परिक्रमा करें। 
  8. अगर आपका कोई मित्र ही आपका शत्रु बन गया है तो इस दिन आप एक मुट्ठी काले तिल लेकर अपने ऊपर से छः बार क्लॉक वाइज और एक बार एंटी क्लॉक वाइज वारकर अपने घर से दूर किसी वीरान जगह पर फेंक दें।